Thursday, June 2, 2011

काफी सोचकर खुदा ने

इंसान कैसे रहेगा सुखी, जब उससे ये ख़याल आया होगा
तब काफी सोचकर खुदा ने माँ को बनाया होगा

वो बचपन में ऊँगली पकड़ कर चलना
वो पल पल गिरना, गिरकर संभलना
वो हर चीज पर अपना हक जताना
वो सबसे लड़ना और गुस्से में घर आना

बचपन के झगडे कैसे सुलझेंगे, जब उससे ये ख़याल आया होगा
तब काफी सोचकर खुदा ने माँ को बनाया होगा

Monday, May 30, 2011

बापू जब कभी

जिस पेड़ के मैंने नहीं थे फल तक कभी तोड़े
उस पेड़ के आज इन्होने पत्ते तक नहीं छोड़े!

क्या बना दिया देश का वो सोचता होगा
बापू जब कभी ऊपर से नीचे देखता होगा!!