Meri Awaaz
Saturday, September 13, 2014
मंजिल या रास्ता
जब मंज़िलें हो दूर, बस रास्ते पर रख तू ध्यान
मंजिलें ना भी मिलें तो क्या
रास्ते बना सकते हैं तुझे खुदा
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