मेरा तो मुझसे ही द्वन्द है
तुम्हारी साख बचाने को
मुझे नहीं जरुरत गोपाल की
अपनी लाज बचाने को
माँ की कोख से ही मेरा
संघर्ष शुरू हो जाता है
बेटे पर होता है जश्न
मेरे से मातम छा जाता है
पूरा जीवन मेरा तो
प्रताड़ना की एक कहानी है
बचपन मेरा घर में लड़ता है
घर के बाहर लड़ती जवानी है
इतिहास गवां है रणभूमि में
मैंने भी शस्त्र उठाये हैं
देश समाज की खातिर मैंने
दुश्मन मार गिराये हैं
पर शस्त्र नहीं हैं मेरी शोभा
मुझको ना लाचार करो
कुछ कायरो से लड़ने को
ना इतनी फ़ौज तैयार करो
मेरी मर्यादा मेरी ममता
आखिर कब तक जीतेगी
एक दिन ये दुर्गा
अपनी तलवार तो खींचेगी
तुम्हारी साख बचाने को
मुझे नहीं जरुरत गोपाल की
अपनी लाज बचाने को
माँ की कोख से ही मेरा
संघर्ष शुरू हो जाता है
बेटे पर होता है जश्न
मेरे से मातम छा जाता है
पूरा जीवन मेरा तो
प्रताड़ना की एक कहानी है
बचपन मेरा घर में लड़ता है
घर के बाहर लड़ती जवानी है
इतिहास गवां है रणभूमि में
मैंने भी शस्त्र उठाये हैं
देश समाज की खातिर मैंने
दुश्मन मार गिराये हैं
पर शस्त्र नहीं हैं मेरी शोभा
मुझको ना लाचार करो
कुछ कायरो से लड़ने को
ना इतनी फ़ौज तैयार करो
मेरी मर्यादा मेरी ममता
आखिर कब तक जीतेगी
एक दिन ये दुर्गा
अपनी तलवार तो खींचेगी
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